तुम कुछ नहीं होबस मेरी ज़िन्दगी होमैं कुछ नहीं हूँऔर तुम मेरी तिश्नगी हो शाम सहर, रात दिनहर एक पहर , पल छिनहर नफ़स, हर घड़ीधड़कनों की… Read more “तुम और मैं”
Month: October 2021
तेरे बिना
तेरे बिना सूना लागे जियातेरे बिना कुछ न भावे पिया खाली खाली हर कोना मेरे मन का कहेतू जो नहीं हर पल ये तेरा न होना सहीतेरे… Read more “तेरे बिना”